द्वितीय कुमारगुप्त के सिक्के !

नरसिंह के बाद इनका पुत्र द्वितीय कुमार गुप्त राज्य का स्वामी हुआ। इन्होंने एक ही प्रकार (धनुर्धरांकित) का सिक्का चलाया।


जिसके आगे के भाग पर राजा की मूर्ति और पीछे के भाग पर पद्मासन पर बैठी लक्ष्मी जी की मूर्ति है।


इन सिक्कों पर दो प्रकार के लेख भी मिलते है। उसके एक विभाग में बाएं हाथ के नीचे कु तथा लेख महाराजाधिराज श्री कुमार गुप्त क्रमादित्य: और दूसरे विभाग में लक्ष्मी की मूर्ति के साथ "श्री क्रमादित्य: " लिखा है।


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