स्कंदगुप्त के सिक्के ! भाग - 1
कुमार गुप्त के बाद उसका पुत्र स्कन्दगुप्त सिंहासन पर बैठा। स्कंदगुप्त दो प्रकार के सिक्के तैयार कराये। पहले सिक्कों का तौल 132 ग्रेन और दूसरे भारतीय सुवर्ण तौल 144 ग्रेन था।
1) धनुर्धरांकित वाला सिक्का -
इस सिक्के के आगे के भाग पर धनुष बाण लिए खड़ी राजा की मूर्ति , बाएं हाथ के नीचे स्कन्द गुप्त का नाम और जयति महितलां सुधन्वी तथा गरुड़ध्वज मिलता है।
पीछे के भाग पर पद्मासन पर बैठी तथा कमल लिए लक्ष्मी जी की मूर्ति है और " श्री स्कन्दगुप्त: " लिखा है।
सुवर्ण सिक्का -
इसी प्रकार का सुवर्ण तौल 146 ग्रेन जिसके आगे के भाग पर जयति दिवं श्री क्रमादित्य: लिखा है।
पीछे के भाग पर राजा की उपाधि क्रमादित्य: लिखा है।

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