समुद्ररगुप्त के सोने के पहले प्रकार के सिक्के !

 समुद्रगुप्त के कई प्रकार के सोने के सिक्के मिले हैं। उन पर विभिन्न प्रकार की मूर्तियां और संस्कृति के सुंदर छंदवद्ध (पद्यानुमक) लेख है।





पहले प्रकार के सिक्के -

1) समुद्रगुप्त के पहले प्रकार के सिक्कों पर गरुण ध्वज है।

अप्रभाग की ओर - कोट (लम्बे ढंग से) टोपी, पायजामा और घुटने तक खिंचाव जूता पहने हुए और बहुत सारे आभूषण पहने समुद्रगुप्त खड़ा है।

2) बाएं हाथ में गरुण ध्वज चित्र है। दाहिने हाथ से अग्नि में आहुति डाल रही है (निर्मित होकर पूजा करने का ढंग विदेशी ईरानी है)। 

3) राजा के बाएं हाथ के नीचे नाम लिखा है। राज मूर्ति के चारों ओर उपगीति छंद में "समरथ विनीत विजयो जित रिपुजितो दिवं जयति।" 

4) पिछे के भाग में सिंहासन पर लक्ष्मी जी की मूर्ति है। देवी का पूरा शरीर वस्त्र - आभूषणों से सुसज्जित है। 

5) बाएं हाथ में कार्नकोपिया और दाहिने में नाल बना है।

६) इस राजा की पदवी पराक्रम खुदा है और कुछ व्यर्थ चिन्ह या कुषाण सिक्कों के ग्रीक अक्षर मिलते हैं। 

7) ये सभी सिक्के 124 ग्रेन के हैं।

8) ये सिक्के ग्रीक अक्षरों के स्थान पर ब्राह्मी वर्ण (गुप्त लिपि) का प्रयोग किया और लेख खुदवाए।


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