चन्द्रगुप्त विक्रमादित के दूसरे प्रकार के सोने के सिक्के !

2) छत्र वाले सिक्के - 

इनके आगे के भाग पर आहुति देते खड़ी राजा की मूर्ति, बाएं हाथ में तलवार , उसके पीछे बौना नौकर छत्र लिए और चारों ओर दो प्रकार के लेख खुदे मिलते है महाराजाधिराज श्री चन्द्रगुप्त: अथवा क्षितिमव जित्य सुचरितै: दिवं जयति विक्रमादित्य: है।


पीछे के भाग पर कमल पर लक्ष्मी जी की खड़ी मूर्ति बनायी गयी है।

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