कुमारगुप्त प्रथम के नवे प्रकार का सिक्का ! भाग - 5
5) विणांकित सिक्का -
गुप्त कालीन सिक्कों में गत कई वर्ष से विणांकित सिक्का केवल समुद्रगुप्त के समय का मिलता है। लेकिन नए ढंग में कुमार गुप्त प्रथम का भी वीणा वाला सिक्का मिला है जो राजा के संगीत प्रेम को दर्शाता है। इसकी बनावट समुद्रगुप्त के सिक्के से मिलती जुलती है।
इस सिक्के के आगे के भाग पर राजा सिंहासन (पर्येक) पर बैठा है और दाहिने हाथ से वीणा बजा रहा है। बैठने का ढंग और वेष भूषा समुद्र गुप्त वाले सिक्के से मिलती जुलती है।
पीछे के भाग पर सनाल कमल लिए पर्येक पर बैठी लक्ष्मी की मूर्ति है। इस सिक्के पर श्री कुमार गुप्त: लिखा मिलता है। यह आकृति समुद्र गुप्त वाले सिक्के से अलग है।
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