भारतीय वैज्ञानिक रूचि राम साहनी भाग - 3

भारतीय वैज्ञानिक रूचि राम एक पंडे से सीखते थे गणित !

रूचि राम साहनी ने बताया है कि उन्होंने गणित एक पंडे से सीखा था हर एक पहाड़े को याद करके बिना रुके सुनाने पर पिताजी पंडे को 4 आने देते थे। यह ऊपर की फीस थी।




आमतौर पर बाकी छात्र पंडे को हर हफ्ते आटा, गुण आदि देते थे। पंडे से विदा लेते समय रूचि राम को 20 गुणा 35 तक के पहाड़े और भिन्न भी मुंह जुबानी याद हो गए थे।


पढ़ाई के बाद रूचि राम को दो महीने एक दुकानदार के साथ बिताने पड़े जहां मुझे सीखे पहाड़ों को वास्तविक परिस्थितियों में लागू करने का मौका मिला।


जहां मुझे चीजों के हिसाब किताब जोड़ने में कोई दिक्कत नहीं हुई।


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