भारतीय खगोलशास्त्री एम. के. वायनू बप्पू !
एम. के. वायनू बप्पू ( 1927 - 1982)
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
1) एम. के. वायनू बप्पू का जन्म 10 अगस्त, 1927 को हुआ था।
2) उनका परिवार कैनानोर का रहने वाला था लेकिन उनके पिता हैदराबाद में " निजामिया ऑब्जरवेटरी " में काम करते थे। इसलिए वायनू की स्कूल और कॉलेज की शिक्षा हैदराबाद में ही हुई।
6) 1943 में जब सर सी. वी. रमन ने हैदराबाद में कई लेक्चर दिए तब वायनू ने हर रोज अपनी साईकिल पर 16 किलोमीटर की यात्रा की,जिससे की कोई भी लेक्चर ना छूटे।
मृत्यु
1) एम. के. वायनू बप्पू का 55 वर्ष की उम्र में ही बाॅयपास सर्जरी के बाद 19 अगस्त, 1982 को देहांत हो गया।
अपने मृत्यु से कुछ समय पहले ही वो "इंटरनेशनल एस्ट्राॅनामिकल यूनियन " (आईएयू ) के अध्यक्ष पद के लिए चुने गए थे।
वायनू के सपनों वाले 234 - सेमी टेलिस्कोप को बाद में प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने राष्ट्र को समर्पित किया। तभी कावालूर वेधशाला का नाम बदलकर वायनू के सम्मान में " वायनू बप्पू आब्जर्वेटरी " रखा।
पुरस्कार
1) 1970 में शांतिस्वरूप भटनागर पुरस्कार
2) 1977 में फिजिक्स के लिए हरिओम आश्रम पुरस्कार
3) 1981 में भारत सरकार ने उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया।


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