सन् 1600 से 1660 में बनारस के कुछ घाटों और मुहल्लो के नाम
बनारस के कुछ घाटों और मोहल्लों के नाम हमें वरदराज (सन् 1600 से 1660 ईसवी) के गिवार्ण - पद - मजरी में मिलते हैं।
1) राजघाट -
प्राचीन बनारस यही बसा था और यही पर बनारस की सबसे पुरानी बस्ती है।
2) ब्रह्म घाट -
पंचगंगा के बगल में आज कल का ब्रह्म घाट है।
3) दुर्गा घाट -
पंचगंगा के पास आज कल का दुर्गा घाट है।
4) बिंदुमाधव घाट -
पंचगंगा पर माधवराव के धरहरे के नीचे वाला घाट।
5) मंगलागौरी घाट -
यह घाट भी राम घाट के बगल में है।
6) राम घाट -
आज भी पंचगंगा के पास राम घाट विद्यमान है।
7) त्रिलोचन घाट -
गाय घाट के पास वाला त्रिलोचन घाट ।
8) अग्निश्वर घाट -
राम घाट के पास।
9) नागेश्वर घाट -
इसका पता नहीं।
10) वीरेश्वर घाट -
मणिकर्णिका घाट से सटा हुआ घाट।
11) सिद्ध विनायक घाट -
बनारस का सिद्ध विनायक मोहल्ला ।
12) स्वर्गद्वार प्रवेश -
इसका पता नहीं।
13) मोक्षद्वार प्रवेश -
इसका पता नहीं।
15) गंगाकेशव पार्श्व -
शायद इसका तात्पर्य आदि केशव घाट से है।
16) जरासंध घाट -
दशाश्वमेध घाट के पास का मिर घाट का यह प्राचीन नाम है।
17) वृद्धादित्य घाट -
इसका पता नहीं।
18) सोमेश्वर घाट -
इसका पता नहीं।
19) रामेश्वर -
पंचकोशी यात्रा में रामेश्वर नाम का तीर्थ था।
20) लोलार्क-
अस्सी के पास लोलार्क कुंड है।
21) अस्सी संगम -
आधुनिक अस्सी घाट।
22) वरुणा संगम -
वरुणा संगम - राजघाट के आगे जहां बरना गंगा में मिलती है।
23) लक्ष्मीनृसिंह -
यह मुहल्ला अथवा मंदिर बिंदुमाधव घाट के ऊपर था।
24) पंचगंगेश्वर मंदिर -
इसका भी मंदिर बिंदुमाधव घाट के ऊपर था।
25) दक्षेश्वर -
इसका पता नहीं।
26) दुग्ध विनायक -
आज कल का दूध विनायक मुहल्ला ।
27) कालभैरव -
आज का भैरवनाथ मुहल्ला।
28) दशाश्वमेध घाट -
आजकल का सुप्रसिद्ध दशाश्वमेध घाट।
29) चतु पष्टीयोगिनी घाट -
दशाश्वमेध घाट के पास चौसट्ठी घाट।
30) सर्वेश्वर घाट -
इसका पता नहीं।
31) मानसरोवर घाट -
आज का मानसरोवर घाट। इस मोहल्ले को अवध नरेश मानसिंह ने बनवाया था।
32) आदि विश्वेश्वर -
इनका मंदिर भी गिवार्ण - पद - मजरी के अनुसार बिंदुमाधव घाट पर था।
33) केदार घाट -
आधुनिक केदार घाट।

Bs 33 ghato ka ullekh hai or nhi
ReplyDeleteYahan sabhi ghato k naam Nahi,balki Kuch purane muhallo k naam hai.
DeleteThanks,