बनारस के सारनाथ में खुदाई में क्या क्या मिला है ?भाग - 3
गुप्तयुग में सारनाथ में मनुश्री, अवलोकितेश्वर, मैत्रेय, यमारी, अमोघसिद्धी इत्यादि की मूर्तियां मिली।
देवताओं में तारा ,वसुंधरा और मारीचि की मूर्तियां मिली है।
11) तारा की मूर्ति -
तारा की मूर्ति के दायें हाथ वरद मुद्रा में और बाएं हाथ में निलोत्पल में दिखलाया जाता है। तारा की कल्पना एक सुभूषित भारतीय नारी के रूप में होती थी।
12) जभल या वैश्रवण-
जभल या वैश्रवण की उस समय पूजा होती थी और इनकी मूर्तियां संघरामो में भी होती थी।
बाहर निकलती आंखों और दांत वाला तुदिल और नंगें बदनवाला जभल जमीन पर पड़ी मूर्तियों को खुचलता हुआ दिखाया गया है।
बाहर निकलती आंखों और दांत वाला तुदिल और नंगें बदनवाला जभल जमीन पर पड़ी मूर्तियों को खुचलता हुआ दिखाया गया है।
13) वसुंधरा -
जभल के साथ वसुंधरा की मूर्तियां मिलती, जो जभल के तुलना में ज्यादा भयावह है।
14) मरीचि -
व्रजवाराही मरीचि की मूर्ति के तीन सिर होते है जिसमें एक वराह का होता है उसके हाथ में भिन्न - भिन्न आयुध होते है।
एक धनुर्धारि की मुद्रा में, यह देवी सप्त वराह वाले रथ पर सवार दिखलाई जाती है।
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