महाभारत युद्ध में कौरव पक्ष से कौन से योद्धाओं ने भाग लिया ?
भीष्म ने दुर्योधन से कहा कि तुम्हारे पक्ष में करोड़ों और अरबों रथी और महारथी है। उनमें से कुछ प्रमुख है उनके नाम मैं तुम्हें बताता हूं -
1) दुर्योधन और उनके 100 भाई जो गदा, प्रास और बाल - तलवार को चलाने निपुर्ण थे।
2) भीष्म - जिन्हें इच्छा मृत्यु का वरदान प्राप्त था और वह हर तरह अस्त्र शस्त्र, दिव्यास्त्र , व्यूह रचना आदि में पारंगत थे।
3) कृतवर्मा - यह भोजराज हृदिक के पुत्र थे।
4) महाराज शल्य - ये महाराज पांडु की दूसरी पत्नी माद्री के भाई थे और उन्होंने कहा था कि में अपने भांजे नकुल और सहदेव को छोड़कर बाकी सभी से युद्ध करूंगा।
4) जयद्रथ - यह सिंधु देश के राजा और दुर्योधन की बहन दुश्शाला के पति थे।
5) राजा सुदक्षिण जो कंबोजन के राजा थे।
6) राजा नील जो माहिष्मतीपुरी के राजा थे।
7) विन्द और अनुविन्द जो अवन्ति के राजा थे।
8) त्रिगर्त देश के पांच भाई जिनमें से एक का नाम "सत्यरथ" था।
9) दुर्योधन का पुत्र लक्ष्मण और दुशासन का पुत्र।
10) राजा " दण्डधार " ।
11) कौशल्य और वृहद्वल ।
12) पांडवो और कौरवों के गुरु द्रोणाचार्य।
13) कृपाचार्य जो अश्वत्थामा के मामा थे।
14) महाराज पौरव।
15) मधुवंशी राजा " जलसंध "।
16) सेनापति सत्यवान।
17) राक्षसराज अलंबुष ,यह बहुत ही मायावी थे।
18) प्राग्ज्योतिषपुर के राजा भगदत्त , हाथी पर बैठ कर युद्ध करने में श्रेष्ठ थे।
19) अचल और वृषक ये दो भाई गांधार देश से थे।
20) कौरवों के मामा और गांधार देश के राजा शकुनि।
21) कर्ण को बहुत ही महान धनुर्धर थे।

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