राजगुरू भाग - 1

 प्रारंभिक जीवन

राजगुरु का जन्म 24 अगस्त,1908 के दिन सोमवार ,हिंदी पंचांग के अनुसार संवत् 1830 के श्रावण पक्ष की त्रयोदशी को हुआ था। 



पुणे के पास खेड़ नामक गांव (वर्तमान में राजगुरु नगर) में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था।


उनके पिता का नाम हरिनारायण और माता का नाम पार्वती था। उनके पिता की दो शादियां हुई थी। पहली पत्नि से उन्हें 6 संताने और दूसरी से पांच संताने हुई। 


राजगुरु उनकी दुसरी पत्नी की पांचवी संतान थे। 

राजगुरु का जन्म सावन के पहले सोमवार के दिन हुआ था। इसलिए उनका नाम शिवराम हरि राजगुरु रखा गया। माता पिता उन्हें प्रेम से शिव पुकारा करते थे।

राजगुरु जब 6 वर्ष के थे तब उनके पिता का देहांत हो गया था।

शिक्षा

राजगुरु ने अपने गांव के एक मराठी स्कूल में पढ़ाई की थी। फिर इन्होंने "न्यू इंग्लिश हाई स्कूल" में पढ़ाई की, जो पुणे में था। 


इन्होंने बनारस में तर्कशास्त्र और संस्कृत का अध्ययन किया। कहा जाता है कि राजगुरू ने " सिद्धान्त कौमोदी " को याद कर लिया था।

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