खुदीराम बोस भाग - 7
खुदीराम से जुड़ी कुछ अनसुनी बातें !
6) जब खुदीराम से उनकी अंतिम इच्छा पूछी गई , तब खुदीराम ने रात में जेलर द्वारा दिये गये चार आम खाने को कहा।
जब सिपाही आम लेकर आया तो उसने कहा ," तुमने रात में जेलर द्वारा दिये आम क्यों नहीं खाये ?"
खुदीराम ने कहा ," मैंने खा लिए है।"
तब सिपाही ने देखा तो आम को खुदीराम ने चूसकर खा लिया था और उसमें हवा भरकर ऐसे रख दिया था , जैसे वह खाया ना गया हो। वहां मौजूद सभी लोग हंस पड़े।
7) जब खुदीराम को फांसी दी गई तब उनकी उम्र केवल 18 वर्ष की थी।
8)" संजीवनी" नामक बंगाली पत्र ने प्रकाशित किया - " खुदीराम पहला बंगाली लड़का था, जिसने राजपुरूष (अंग्रेज) को मारने का प्रयास किया। "
9) खुदीराम की फांसी के बाद 11 अगस्त, 1908 को कलकत्ता सभी विद्यार्थी नंगे पांव स्कूल और कॉलेज गए, अधिकतर " प्रेसीडेंसी कॉलेज" और "जनरल असेंबली कॉलेज" (बाद में स्कॉटिश चर्च कॉलेज) के थे। उन्होंने उस दिन को शोक दिवस के रूप में मनाया।
10) उस समय सुभाष चन्द्र बोस एक छोटी कक्षा के विद्यार्थी थे, जिन्होंने अपने घर में ही उन्हे श्रद्धांजलि दी थी।
11)" गण्डक नदी " के किनारे खुदीराम का दाह संस्कार किया गया था। दाह संस्कार के बाद सैंकड़ों लोगों ने उनकी चुटकी - चुटकी भर राख लेकर अपने मस्तक पर लगाया, किसी ने आभूषणों व डिब्बों में रख दिया।
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