सूफ़ी अम्बा प्रसाद भाग - 2

सूफी जी का निजाम हैदराबाद से बहुत घनिष्ठ संबंध था। जेल से छुटने के बाद वे वहां गये। निज़ाम ने सूफी जी के लिए एक अच्छा सा मकान बनवाया है। तब सूफी जी निजाम से विदा लेकर वहां से पंजाब चले आए।

पंजाब आकर उन्होंने " हिंदुस्तान " अखबार में काम किया। ऐसा सुनने में आया था कि इनकी बुद्धिमता से डर कर अंग्रेज सरकार ने 1000 रूपए महिने के वेतन के साथ जासूस विभाग से पेश किये थे, लेकिन अम्बा प्रसाद जी ने इसे स्वीकार नहीं किया।

" हिंदुस्तान " संपादक से कुछ अनबन के कारण उन्होंने इस्तीफा दे दिया। उसी समय सरदार अजीत सिंह ने "भारत माता सोसाइटी" की नीव डाली और पंजाब के " न्यू कॉलोनी बिल" के विरूद्ध आंदोलन शुरू कर दिया। 

Comments

Popular posts from this blog

युधिष्ठिर का राजसूय यज्ञ

किस ऋषि का विवाह 50 राजकुमारियों से हुआ था ?

पुराणों में इंद्र, सप्तऋषि मनु और मन्वन्तर क्या है ?