राजगुरू भाग - 3
राजगुरु से जुड़ी कुछ बातें !
1) एक बार बचपन में जब राजगुरु पढ़ाई में ध्यान नहीं देते थे, तब उनके बड़े भाई ने उन्हें धमकी दी की , अगर तुम पढ़ोगे नहीं तो मैं तुम्हे घर से निकाल दूंगा।
2) इस बात से आहत होकर उन्होंने कड़ाके की ठंड के मौसम में घर छोड़ दिया और वृक्षों की छाले ,आम और पत्तियां खाते थे। फिर कई दिनों की यात्रा के बाद वे नाशिक पहुंचे जहां इन्हें एक साधु ने भोजन कराया।
3) बचपन में राजगुरु को आस - पास के लड़के " बापू " कहकर बुलाते थे।
4) इन्हें बचपन से ही व्यायाम और योग करने का बहुत शौक था। बाद में इन्होंने अमरावती व्यायामशाला में उच्च व्यायाम की शिक्षा प्राप्त की।
5) हिन्दुस्तान सेवादल में बहुत समय तक राजगुरु "डॉक्टर हार्डिकर " के साथ रहे।
6) राजगुरु ने नागपुर के एक व्यायामशाला में तलवार, लाठी, गदका , बनैटी और फरी चलाना सीखा।
7) राजगुरू के जन्म के बाद एक पण्डित जी ने उनके पिता को कहा था कि राजगुरू अल्प आयु है। लेकिन राजगुरू की वजह से संसार में आपका नाम बहुत होगा।
8) पुणे से लगभग 15 मील की दूरी पर " चाकण " नामक एक छोटा सा गांव है। छत्रपति शिवाजी का राज्य अनेक सूबों में विभाजित था। उन्हीं में से एक सूबे की राजधानी " चाकण " थी।

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