महाभारत में कौन अपने पिता की सन्तान नहीं थे ? भाग - 2

4) युधिष्ठिर ,भीम और अर्जुन

महाराज पाण्डु की पहली पत्नी कुंती थी। जिनके तीन पुत्र युधिष्ठिर ,भीम और अर्जुन थे।

कुंती जब छोटी थी तब उन्होंने दुर्वासा ऋषि की बहुत सेवा की जिससे प्रसन्न होकर ऋषि ने कुंती को एक मंत्र दिया और कहा कि तुम यह मंत्र बोलकर जिस देवता को बुलाओगी वह आ जाएंगे।



कुंती ने यह बात पांडु को बताई और पांडु की आज्ञा से उन्होंने धर्मराज (यमराज) को बुलाया।कुंती और धर्मराज के संयोग से युधिष्ठिर का जन्म हुआ।
इसी प्रकार मंत्र के उपयोग से वायु देव से भीमसेन और इन्द्र देव से अर्जुन का जन्म हुआ।

5) नकुल और सहदेव 

महाराज पाण्डु की दूसरी पत्नी माद्री थी। जिनके दो पुत्र नकुल और सहदेव थे।

महाराज पाण्डु के कहने पर कुंती ने दुर्वासा ऋषि द्वारा दिया हुआ मंत्र माद्री को बताया। 



जिसका प्रयोग करके माद्री ने अश्विनी कुमारों का आवाह्न किया।

जिनसे माद्री को नकुल और सहदेव दो जुड़वा संताने प्राप्त हुई।

Comments

Popular posts from this blog

युधिष्ठिर का राजसूय यज्ञ

किस ऋषि का विवाह 50 राजकुमारियों से हुआ था ?

पुराणों में इंद्र, सप्तऋषि मनु और मन्वन्तर क्या है ?