राम प्रसाद "बिस्मिल"भाग - 3
" मातृवेदी " की सदस्यता
राजाराम भारतीय जी " मातृवेदी " नामक क्रांतिकारी दल के सक्रिय सदस्य थे। इस दल का गठन गेंदा लाल दीक्षित ने किया था। इस संस्था के कामों को चार भागों में बांटा गया था -
1) साहित्य प्रचार -
इस विभाग का काम था। अंग्रेज़ी शासन के खिलाफ पुस्तकों, कविताओं और पर्चों के कार्य का प्रकाशन करना।
2) मिलिटरी विभाग -
इस विभाग का काम हथियार संग्रह करना और उनको चलाना सीखना, इस काम के लिए धन संग्रह करना। दल की अपनी सेना तैयार करना और लोगों को देशभक्ति के नाम पर अपनी सेना में सम्मानित करना।
3) गुप्त कार्य -
इस विभाग का काम अंग्रजों की विभिन्न रक्षा सेनाओं, ब्रिटिश और भारतीय सैनिकों की संख्या, सरकारी खजाने आदि की जानकारी रखना।
4) शिल्पकारी -
इस संस्था का काम भारतीय उद्योगों को प्रोत्साहित करना और देश में विदेशी माल की बिक्री रोकना।

Comments
Post a Comment