शक राजा मोग के तांबे के सिक्के !

 मोग के 14 प्रकार के तांबे के सिक्के -

1) पहले प्रकार के तांबे के सिक्कों पर एक ओर हाथी का मस्तक और दूसरी ओर ग्रीकदेवता मर्करी के हाथ का दंड (Caduceus ) है।


2) दूसरे प्रकार के सिक्कों में एक ओर ग्रीक देवता आर्तमिस और दूसरी ओर वृष या सांड की मूर्ति है।


3) तीसरे प्रकार के तांबे के सिक्कों पर एक ओर चन्द्र देवता और दूसरी ओर विजया देवी की मूर्ति है।


4) चौथे प्रकार के सिक्कों पर एक ओर सिंहासन पर बैठें हुए ज्यूपिटर की मूर्ति और दूसरी ओर नगर देवता की मूर्ति है।


5) पांचवे प्रकार के सिक्कों पर एक ओर ज्यूपिटर और एक किसी दूसरे देवता की मूर्ति और दूसरी ओर किसी और देवता की मूर्ति है।


6) छठे प्रकार के सिक्कों पर एक ओर अपोलो और दूसरी ओर त्रिपद वेदी है।


7) सातवें प्रकार के सिक्कों पर एक ओर वरुण (Poseidon) और दूसरी ओर एक स्त्री की मूर्ति है। इस प्रकार के सिक्कों के दो उपविभाग है।

पहले विभाग में वरुण के हाथ में त्रिशूल और दूसरे विभाग में उसके बदले वज्र मिलता है।


8) आठवें प्रकार के सिक्कों पर एक ओर गदाधारी देवमूर्ति और दूसरी ओर देवमूर्ति है।


9) नवें प्रकार के सिक्कों पर एक ओर घोड़े पर सवार राजमूर्ति और दूसरी ओर विजया देवी की मूर्ति है।


10) दसवें प्रकार के सिक्कों पर एक ओर विजया देवी की मूर्ति के बदले में किसी और अज्ञात देवी की मूर्ति है।


11) ग्यारहवें प्रकार के सिक्कों पर एक ओर एक हाथी की मूर्ति और दूसरी ओर उच्च आसन पर बैठें हुए राजा की मूर्ति है। ये दोनों मूर्तियां चौकोर क्षेत्र में अंकित है।


12) बारहवें प्रकार के सिक्कों पर एक ओर हाथी की मूर्ति और दूसरी ओर सांड की मूर्ति है।

इस प्रकार के सिक्कों के भी दो उपविभाग है। पहले विभाग में हाथी दौड़ता हुआ चला जाता है। लेकिन दूसरे विभाग में वह धीरे- धीरे चलता हुआ जान पड़ता है।


13) तेरहवें प्रकार के सिक्कों पर एक ओर घोड़े की मूर्ति और दूसरी ओरधनुष है।


14) चौदहवें प्रकार के सिक्कों पर एक ओर हरक्युलिस और दूसरी ओर सिंह की मूर्ति है।


Comments

Popular posts from this blog

युधिष्ठिर का राजसूय यज्ञ

किस ऋषि का विवाह 50 राजकुमारियों से हुआ था ?

पुराणों में इंद्र, सप्तऋषि मनु और मन्वन्तर क्या है ?