शक राजा अय के तांबे के सिक्के ! भाग-3
17) सत्रहवें प्रकार के सिक्कों पर एक ओर ऊंट पर सवार राजा की मूर्ति और दूसरी ओर चंवर की मूर्ति है। वह भी चौकोर है।
18) अठारहवें प्रकार के सिक्कों पर एक ओर लक्ष्मी देवी की मूर्ति और दूसरी ओर सांड की मूर्ति है।
19) उन्नीसवें प्रकार के सिक्कों पर एक ओर यूनानी देवता हेफाइस्टस (Hephaistos) और दूसरी ओर एक सिंह की मूर्ति है। यह चौकोर है।
20) बीसवें प्रकार के सिक्कों पर एक ओर घोड़े पर सवार राजा की मूर्ति और दूसरी ओर एक सिंह की मूर्ति है।
21) इक्कीसवें प्रकार के सिक्कों पर एक ओर एक उच्चासन पर बैठे हुए राजा की मूर्ति और दूसरी ओर पालास की मूर्ति है।
22) बाईसवें प्रकार के सिक्कों पर एक ओर हाथी और दूसरी ओर सिंह की मूर्ति है।
23) तेईसवें प्रकार के सिक्कों पर एक ओर राजा की मूर्ति और दूसरी ओर विजया देवी को हाथ में लिए हुए खड़े ज्यूपिटर की मूर्ति है।
तेईसवें प्रकार के सिक्कों पर एक ओर यूनानी अक्षरों में और दूसरी ओर खरोष्ठी अक्षरों में अय का नाम और उपाधि दी हुई है।
24) चौबीसवें प्रकार के सिक्के गोलाकार है उन पर एक ओर घोड़े पर सवार राजा की मूर्ति और यूनानी अक्षरों में और दूसरी ओर खरोष्ठी अक्षरों में "इंद्रवर्म पुत्रस अस्पवर्मस स्त्रतेगस जयतस " लिखा हुआ है।
Comments
Post a Comment