मदन लाल धींगरा भाग - 2
मदन लाल धींगरा एक क्रांतिकारी थे , जिन्हें 1 जुलाई ,1909 में फांसी दी गई थी,उस समय वे मात्र 22 वर्ष के थे।
प्रारंभिक जीवन
मदन लाल का जन्म 18 सितंबर 1883 में पंजाब में बहुत ही संपन्न परिवार में हुआ़ था।
उनके पिता डॉ. साहब दित्तमल पंजाब चिकित्सा सेवा में सिविल सर्जन के पद से रिटायर हुए थे।
मदन लाल के 6 भाई थे। 5 उनसे बड़े और एक उनसे छोटा और एक बहन थी। उनका छोटा भाई कुन्दन लाल व्यवसाय करता था और बाकी भाई प्रसिद्ध वकील और डॉक्टर थे।
शिक्षा
मदन लाल ने गवरमेंट कॉलेज , अमृतसर से मैट्रिक की परीक्षा पास की। इण्टर म्युनिसिपल कॉलेज ,अमृतसर से किया और कुछ समय के लिए गवरमेंट कॉलेज , लाहौर में भी पढ़ते रहे।
उन्होेंने कुछ समय तक पंजाब सरकार काश्मीर सेंटलमेंण्ट विभाग में काम किया और कुछ समय तक अपने चाचा के अधीन परिवहन सेवा में भी रहें।
मदन लाल को इंजिनियरिंग पढ़ने के लिए लंदन भेजा गया। वे मई के महिने में वहां पहुंचे और 19 अक्टूबर को यूनीवर्सिटी कॉलेज में दाखिल हुए।

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