करतारसिंह सराबा भाग - 3

 करतारसिंह से जुड़ी कुछ बातें!

1) भगत सिंह हर साल लाहौर में 16 नवंबर को करतारसिंह का शहीदी दिवस मनाते थे।


2) एक बार थ्रेडला हॉल में दुर्गावती वोहरा (दुर्गा भाभी) ने करतारसिंह की तस्वीर पर अपनी उंगली काटकर टीका लगाया था। उस दिन , उस जलसे में जितने क्रांतिकारी इकठ्ठे हुए थे, उन सबने शपथ ली थी कि जब तक भारत आजाद नहीं होगा , वे चैन से नहीं बैठेंगे।

3) करतारसिंह एक क्रांतिकारी के साथ ही एक समाजवादी भी थे। ऐसा कहा जाता है कि करतरसिंह से मिलने के बाद डरपोक भी डरपोक नहीं रहता था। 


4) एक अंग्रेज अफसर के आंखों देखें बयान के अनुसार ,जब करतारसिंह को फांसी लगने का समय आया ,तब उन्होंने फांसी के फंदे की रस्सी को चूमा उसी समय आकाश से बादल इस जोर से गरजा कि जल्लाद के हाथ पैर कांपने लगे। 


5) फांसी पर लटकने से पहले करतारसिंह ने अपने बयान में कहा कि

 " अगर मुझे एक से ज्यादा जिन्दगी मिलती तो मैं अपनी हर जिंदगी भारत माता पर अर्पण कर देता और करता ही रहता जब तक भारत माता आजाद न होती।"

6) भगत सिंह करतारसिंह सराबा की फोटो हमेशा अपने पॉकेट में रखते थे। 

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