लाला हरदयाल भाग - 1
लाला हरदयाल का जन्म 14 नवम्बर, 1884 को दिल्ली में हुआ था। उनके पिता का नाम लाला गुरुदयाल माथुर था। उनकी माता का नाम भोली रानी था। वे दिल्ली की कोर्ट में रीडर थे।
उनके साथी के रूप में मास्टर अमीरचंद , लाला हनुमंत सहाय, दीनानाथ , जे. ए. चटर्जी थे।
लाला हरदयाल 13 भाषाएं जानते थे।
जेनेवा में वंदे मातरम् पत्रिका के सम्पादक का पद भी संभालते थे।
1910 में वे अल्जीरिया चले जाते है। फिर वे छोटे से टापू मार्तिनिक चले जाते है और संन्यासी की तरह जीवन जीते है।
3) वे अलग - अलग देशों में क्रांति का प्रचार करते थे। गदर पार्टी के निर्माण में लाला हरदयाल का बड़ा हाथ था।
मृत्यु
4 मार्च 1939 को लाला हरदयाल अमेरिका के फिलाडेलफिया में उनकी मृत्यु हुई थी।

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