ऊधमसिंह भाग - 2
जलियांवाला बाग हत्याकांड
जलियांवाला बाग हत्याकांड के तीन प्रमुख पात्र थे - सर माइकल ओ ' डायर पंजाब के लेफ्टिनेंट गवर्नर, ब्रिगेडियर जनरल इ. एच. डायर , भारत में पैदा हुए अंग्रेजी सेना का अफसर जिसने गोली चलाने का आदेश दिया और लॉर्ड जेट लैंड , भारत के राज्य सचिव।
ऊधमसिंह इस हत्याकांड के चश्मदीद गवाह थे। उन्होंने ये शपथ ली थी कि वह इस हत्याकांड का बदला इन तीनों से लेंगे।
बदला लेने के उद्देश्य से वह जहाज से विदेश रवाना हो गए और पहले दक्षिण अफ्रीका पहुंचे। यहां से वह अमेरिका चले गए। 1923 में वे इंग्लैंड पहुंचे। लेकिन 1928 में भगत सिंह के बुलाने पर हिंदुस्तान लौटना पड़ा।
जब वे लाहौर पहुंचे ,तो शस्त्र संहिता का उल्लंघन करने के आरोप में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
एक बनावटी मुकदमें के बाद उनको चार वर्ष के कठोर कारावास की सजा दे दी गई।
ऊधमसिंह को 1932 में रिहा किया गया।

Comments
Post a Comment