शचींद्रनाथ सान्याल भाग - 2
1912 में जब वायसराय " हार्डी " के ऊपर बम फेंके जाने की घटना हुई थी,तब शचींद्रनाथ की मुलाकात रासबिहारी बोस से हुई।
रासबिहारी ,शचींद्रनाथ से काफी प्रभावित थे और उनके साथ बनारस आ गए।
उसी समय सैनफ्रांसिसको में बनी ग़दर पार्टी भारत में एक सेना क्रान्ति की योजना बनायी है। उस योजना के तहत ग़दर पार्टी के कई सदस्य बनारस चले आये और यहां पर ग़दर पार्टी को रासबिहारी और शचींद्रनाथ का सहयोग मिला।
सेना क्रान्ति करने का दिन 21 फरवरी ,1915 को तय हुआ, पर बाद में इसे 19 फरवरी कर दिया गया। लेकिन इस योजना की जानकारी किसी ने अंग्रेज सरकार को दे दी, जिसके कारण ये असफल हो गई।
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