डॉक्टर मथुरासिंह भाग - 1

भगत सिंह के के द्वारा फरवरी, 1928 में लिखे शहीदों के जीवन परिचय के अनुसार -

डॉक्टर मथुरासिंह का जन्म सन् 1883 ई. में ढूंढियाल नामक गांव के, जिला झेलम (पंजाब) में हुआ था।

इनके पिता का नाम सरदार हरिसिंह था। 

शिक्षा 

इनकी शुरुआती शिक्षा इनके गांव में ही हुई, इसके बाद वे चकवाल के हाई स्कूल में पढ़ने लगे। यह अपने सहपाठियों से हमेशा अच्छा व्यवहार करते थे। 

हाई स्कूल के बाद वे प्राइवेट तौर पर डॉक्टरी का काम सीखने लगे। 

मैसर्स जगतसिंह एण्ड ब्रदर्स की दुकान रावलपिंडी में थी। वहीं पर मथुरासिंह जी ने यह काम सीखना शुरू किया। तीन - चार साल के परिश्रम के बाद वह इस कार्य में प्रवीण हो गए और नौशेरा छावनी में एक दुकान खोल ली। 

मथुरासिंह सभी देशाें से चिकित्सा संबंधी पत्र - पत्रिकाएं मंगवाकर पढ़ा करते थे। वे आगे पढ़ने के लिए अमेरिका जाना चाहते थे। तभी इनकी पत्नी और पुत्री का देहांत हो गया। 

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