नालन्दा से जुड़ी कुछ बातें !


1) चीनी यात्री ,जो काफी लंबे समय तक भारत में रहा था। उसके लेखों से पता चलता है कि जिसके अनुसार नालंदा में 8 बड़े - बड़े शालागृह (halls) थे। वहां 3000 से भी अधिक लोग रहते थे। 

 

1) नालंदा लगभग ढाई हजार साल से भी पहले का माना जाता है। जैन धर्म के 24 वें तीर्थंकर महावीर स्वामी और गौतम बुद्ध के समय में यह नाम काफी प्रचलित था।


2) संस्कृत में नाल भिस अर्थात कमल की जड़ को कहते है।

3) एक चीनी हुअन तंग ने न + अखं + द (= लगातार दान) की उत्पत्ति दी है।


4) एक चीनी यात्री ने लिखा था कि इस स्थान को 500 सौदागरों ने दशकोटी सुवर्ण मुद्रा से मोल लेकर भगवान बुद्ध को भेंट कर दिया था।

5) यहां के राजा ने नालंदा को 100 गांव दिये थे।

6) यहां के 200 निवासी ,विद्यार्थियों के लिए प्रतिदिन नियम से चावल, दूध और माखन लाया करते थे।

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