प्राचीन भारत का प्रथम विवाह

उद्दालक नामक ऋषि के पुत्र "श्ववेतकेतु" ने सबसे पहले विवाह की प्रथा का नियम बनाया था।

महाभारत कालीन नामक पुस्तक के अनुसार एक बार श्वेतकेतु अपनी माता - पिता के साथ बैठे थे। तभी वहां एक ब्राह्मण आए और उनकी माता का हाथ पकड़कर लेे जाने लगे,ये देखकर श्वेतकेतु को बहुत क्रोध आया। उनको क्रोध में देखकर उनके पिता उद्दालक ने कहा,पुत्र स्त्रियां स्वैराचारिणी होती है।

Comments

  1. Unke mata pita ki sadi nhi huee thi kya

    ReplyDelete
  2. Replies
    1. Iska matlab ,striya free Hoti Thu Kisi k sath BHI rista rakhne k liye.
      Dhanyawad 🌷

      Delete

Post a Comment

Popular posts from this blog

युधिष्ठिर का राजसूय यज्ञ

किस ऋषि का विवाह 50 राजकुमारियों से हुआ था ?

पुराणों में इंद्र, सप्तऋषि मनु और मन्वन्तर क्या है ?