मैडम भीकाजी कामा एक महिला क्रांतिकारी भाग - 3

 क्रांतिकारी गतिविधियां

इटली के महान क्रांतिकारी मेजिनी के विचारों से वे काफ़ी प्रभावित थी। लंदन में उन दिनों सरोजिनी नायडू, श्यामजी कृष्ण वर्मा और सरदार सिंह जी रेवाभाई राणा आदि भारतीय रह रहे थे। 


सबसे पहले एच. एस. हिंडमैन ने कांग्रेसी नेताओं द्वारा अपनायी गयी नीतियों का विरोध किया। मैडम कामा ,श्यामजी कृष्ण वर्मा और सरदार सिंह जी रेवाभाई राणा भी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की ब्रिटिश कमेटी से असंतुष्ट थे। 

श्यामजी कृष्ण वर्मा लंडन में भारतीय क्रांति को पोषित कर रहे थे। उन्होंने 1905 में " द इंडियन सोशियोलॉजिस्ट " नामक अंग्रेज़ी मासिक पत्रिका निकाली। मैडम कामा इस पत्रिका के लिए लिखती थी। 

1 जुलाई,1905 इंडियन हाउस का उदघाटन किया गया था।

1909 में इन्होंने वंदे मातरम् पत्र का प्रकाशन भी किया और इसके संपादक लाला हरदयाल थे।

इन्होंने मदन लाल ढींगरा की याद में मदन तलवार नामक पत्रिका भी बर्लिन में चलायी।

मृत्यु

13 अगस्त 1936 को मुंबई में उनका निधन हो गया।

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