किन रानियों ने 7,12,4, 15 वर्षों में संतान को जन्म दिया ?
✳️वशिष्ठ जी के आशीर्वाद से सौदास की पत्नी मदयंती के गर्भ धारण के 7 वर्ष तक संतान न होने पर रानी ने पत्थर से अपने गर्भ पर प्रहार किया, जिससे उसी समय पुत्र का जन्म हुआ जिसका नाम अश्मक रखा गया।
⚜️ महाराज धृतराष्ट्र पत्नी गांधारी जब गर्भवती हुई तब 2 वर्ष तक उन्हें संतान प्राप्त नहीं हुई और गांधारी के गर्भ पर प्रहार करने से गर्भ गिर गया। फिर वेदव्यास जी के आशीर्वाद से और 2 वर्ष बाद गांधारी के 100 पुत्र और एक पुत्री का जन्म हुआ।
💠महाराज बाहु की पहली पत्नी का गर्भ रोकने के इच्छा से उसकी दूसरी पत्नी ने उसे विष खिला दिया। जिसके प्रभाव से उसका गर्भ 7 वर्ष तक गर्भाशय ही में रहा। फिर और्व मुनि के आशीर्वाद से उन्हें सगर नामक पुत्र की प्राप्ति हुई। जो इक्ष्वाकु वंश के महान राजा थे।
🔱विष्णु पुराण के अनुसार जब काशी में सुखा पड़ा था,उस समय काशीराज की रानी गर्भवती थी, समय पूरा होने पर भी 12 वर्ष तक बच्चे का जन्म नहीं हुआ। तब राजा ने हर दिन एक गाय ब्राह्मण को दान दी।
फिर 3 वर्ष बीतने पर गांदिनी नामक कन्या का जन्म हुआ, जो अक्रूर जी की माँ थी।
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