एम. टी. वासुदेवन नायर (M T Vasudevan Nair) की मलयालम भाषा की रंदामूज़म (अंग्रेजी में - द सेकेंड टर्न ) जो भीम के दृष्टिकोण से महाभारत की कहानी को फिर से बताती है।
जब भीष्म पितामह ने प्रतिज्ञा ली थी तब उनकी उम्र 25 वर्ष से कम (लगभग 20 से 22 वर्ष की) थी। उन्होंने प्रतिज्ञा ली थी की मैं आजीवन ब्रह्मचर्य का पालन करूंगा और कभी विवाह नहीं करूंगा।
भीष्म (देवव्रत) , धृतराष्ट्र के पिता के बड़े भाई थे। भीष्म की माता गंगा महाराज शांतनु की पहली पत्नि थी और महाराज शांतनु की दूसरी पत्नि सत्यवती थी जिनके पुत्र का नाम चित्रांगद और विचित्रवीर्य (धृतराष्ट्र के पिता) था।